बचपन इंसानी ज़िन्दगी का सबसे हसीन पल होता है चंचलता ललकता जिज्ञासुकता और शिक्षा हर एक बच्चे का मौलिक अधिकार लेकिन सभी का बचपन ऐसा हो ये ज़रूरी नही क्योंकि हाल की स्थिति और आंकड़े इसी ओर इशारा कर रहे हैं. बच्चे, जो देश का भविष्य कहे जाते है वो आज सड़क पर भीख मांगते नज़र आ रहे हैं, ये परिस्थिति कहीं और की नहीं राजधानी दिल्ली की है. आंकड़े बताते है दिल्ली में 30000 (The National's Data) बच्चे सड़को पर भीख मांगते है और पूरे भारत में इनकी संख्या 400000 के करीब है। ये आंकड़े बढ़ते जा रहे है इन बच्चों से बात करने पर पता चलता है की इन में से कुछ बच्चों को दूसरे शहरों से लाया जाता है और भीख मांगने पर मजबूर किया जाता है और कुछ इसलिए मांगने को मजबूर है की उनकी माली हालत बहुत कमज़ोर है. देश भर में हर दिन मे बच्चे की गायब होने की रिपोर्ट की जाती है जिसमे 50 फीसदी की रिपोर्ट ही राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्योरो (NCRB) को दी जाती है ,राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार देश में हर साल 40000 बच्चों का अपहरण हो...
इंसान की पहचान कराते हैं लफ्ज़....